कोरोना वैक्सीन:अध्ययन में दावा इन तीन तरह के लोगों को टीका लगवाने के बाद हो सकते हैं साइड-इफेक्ट |
SKA NEWS 5 अप्रैल 2021 की ताजा खबर 
कोरोना वैक्सीन:अध्ययन में दावा
इन तीन तरह के लोगों को टीका लगवाने के बाद हो सकते हैं साइड-इफेक्ट |
भारत और अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान जोरों-शोरों से चल रहा है। पूरी दुनिया में अब तक करोड़ों लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। अमेरिका में जहां 25 से 30 लाख लोगों का हर दिन टीकाकरण किया जा रहा है तो वहीं भारत में भी रोजाना करीब 20 लाख लोगों को टीका लगाया जा रहा है। हालांकि अभी भी बहुत से लोग ऐसे हैं जो वैक्सीन लेने से घबरा रहे हैं। इसको लेकर उनके अंदर भ्रम की स्थिति लगातार बनी हुई है,क्योंकि इसके कुछ मामूली दुष्प्रभाव भी देखने को मिल रहे हैं। वैसे तो टीके के साइड-इफेक्ट किसी को भी हो सकते हैं, लेकिन कई अध्ययनों के मुताबिक कुछ खास वर्ग के लोग ऐसे हैं, जिनमें दुष्प्रभावों के मामले ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में... 

विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन लेने के बाद बुखार, कंपकंपी महसूस होना, थकान, मतली, उल्टी, इंजेक्शन वाली जगह पर सूजन और दर्द जैसे दुष्प्रभाव देखने को मिल रहे हैं। हालांकि डॉक्टरों का ये भी कहना है कि वैक्सीन लेने के बाद लोगों को कुछ दिनों तक आराम करना चाहिए, ताकि वे जल्द ही पूरी तरह स्वस्थ महसूस कर सकें। 
महिलाओं को ज्यादा हो रहा वैक्सीन का साइड-इफेक्ट 
अमेरिका की सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन यानी सीडीसी (CDC) द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक, पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में कोरोना वैक्सीन के साइड-इफेक्ट ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। दरअसल, अध्ययन के लिए विभिन्न उम्र के लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गई थी। अध्ययन के मुताबिक, टीकाकरण करवाने वालों में 79 फीसदी साइड-इफेक्ट्स की शिकायत महिलाओं ने की। इन महिलाओं को फाइजर की वैक्सीन दी गई थी। 
कोरोना संक्रमित हो चुके लोगों पर वैक्सीन का साइड-इफेक्ट अधिक 
कोविड लक्षण ऐप (ZOE) द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक, जो लोग पहले कोरोना से संक्रमित हो चुके थे, वैक्सीन लगने के बाद उनमें ठंड लगने के साथ ही कई तरह के साइड-इफेक्ट देखने को मिले, जबकि जिन्हें पहले कोरोना नहीं हुआ था, वो टीका लेने के बाद भी पूरी तरह स्वस्थ थे, उनमें कोई भी साइड-इफेक्ट देखने को नहीं मिले। 
युवाओं पर भी दुष्प्रभावों का सबसे ज्यादा असर 
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA)की कोच्चि शाखा द्वारा किए गए एक अध्ययन के मुताबिक, भारत में बुजुर्गों की तुलना में कोरोना वैक्सीन के साइड-इफेक्ट युवाओं में ज्यादा देखने को मिले हैं। इस अध्ययन में पांच हजार से अधिक लोगों को शामिल किया गया था, जिसमें 20-29 साल के युवा और 80-90 साल के बुजुर्ग शामिल हैं। अध्ययन के मुताबिक, वैक्सीन लेने के बाद 81 फीसदी युवाओं में कोई न कोई साइड-इफेक्ट देखने को मिला, जबकि बुजुर्गों में यह महज सात फीसदी था।